अस्पताल में 10 साल के मरीज को बनाया बंधक, पार्षद ने किया हंगामा
महानगर के एक अस्पताल में मामूली चोट लगने पर मरीज को 39 हजार रुपये का बिल थमा दिया गया। 20 हजार रुपये बकाए के लिए 10 साल के मरीज को बंधक बना लिया। घटना शनिवार की है। समाजवादी पार्टी के पार्षद के हंगामा करने पर मरीज को छोड़ा गया। पार्षद ने सीएमओ को फोन कर अस्पताल की जांच कराने की मांग की है।
बेतियाहाता में रहने वाला 10 साल का नीरज उर्फ नवनीत 15 जनवरी की शाम को बाइक से गिरकर घायल हो गया था। कॉलोनी के लोगों ने अनाथ नवनीत को तारामंडल स्थित कृष्णा अस्पताल में भर्ती करा दिया। दो दिन में कॉलोनी वासियों ने अस्पताल में 19 हजार रुपये जमा कराए। शनिवार को डॉक्टर ने उसे डिस्चार्ज कर दिया। डिस्चार्ज के साथ ही अस्पताल प्रशासन ने 20 हजार का बिल थमा दिया। कालोनी के लोगों ने रकम जमा करने से इनकार कर दिया तो प्रबंधन ने मरीज को बंधक बना लिया।
पार्षद के पास पहुंचे कॉलोनीवासी
अस्पताल से नवनीत को छुड़ाने के लिए कॉलोनी के लोग पार्षद विश्वजीत त्रिपाठी के पास पहुंचे। कॉलोनी के लोगों ने बताया कि नवनीत दो भाई हैं। उनके माता-पिता की मौत तीन साल पहले ही हो चुकी है। दोनों भाई कॉलोनी में छोटा-मोटा काम कर जीवन-यापन करते हैं। कालोनी के लोगों ने ही 19 हजार रुपये चंदा जुटाकर नवनीत के इलाज के लिए अस्पताल में जमा किए थे।
पार्षद ने किया हंगामा
अस्पताल पहुंचे पार्षद भी नवनीत की चोट को देखकर हैरान रह गए। मामूली सी चोट के इलाज के नाम पर अस्पताल प्रशासन 19 हजार रुपये वसूल चुका था। पार्षद ने समर्थकों के साथ अस्पताल में हंगामा किया। विवाद बढ़ता देख अस्पताल संचालक बैकफुट पर आ गए और नवनीत को छोड़ दिया। अस्पताल से ही पार्षद ने सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी को मामले की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अस्पताल मानकों पर नहीं है, इसकी जांच होनी चाहिए।
सपा पार्षद पर गुंडई का आरोप
अस्पताल संचालक रमेश यादव ने मोटा बिल बनाने और मरीज को बंधक बनाने के आरोप से इनकार कर दिया। उन्होंने बताया कि मरीज को सिर में चोट के साथ ही कान से खून रिसने की शिकायत थी। उसका इलाज डॉ. आरपी सिंह कर रहे थे। उसे एक दिन आईसीयू में रखना पड़ा। तीन दिन में 39 हजार का बिल बना। हम सिर्फ डॉक्टर के विजिट का चार्ज मांग रहे थे। सपा पार्षद के गुंडे आए और जबरन मरीज को लेकर चले गए।
बोले सीएमओ
पार्षद ने तारामंडल क्षेत्र में स्थित कृष्णा अस्पताल के खिलाफ शिकायत की है। इस नाम का कोई अस्पताल उस क्षेत्र में पंजीकृत नहीं है। मामले की जांच की जाएगी। सोमवार को टीम अस्पताल की जांच करेगी।